निवेश बचत से किस प्रकार भिन्न है?

निवेश और बचत दो अलग-अलग वित्तीय कॉन्सेप्ट हैं जो अपने उद्देश्य, जोखिम प्रोफ़ाइल और संभावित रिटर्न में भिन्न हैं। बचत और निवेश का उपयोग आप अपनी संपत्ति बढ़ाने या अपने फाइनेंसियल गोल्स को प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं।

निवेश बचत से किस प्रकार भिन्न है?

आइए देखें कि निवेश और बचत एक दूसरे से कैसे भिन्न हैं।

उद्देश्य:

बचत को आम तौर पर शार्ट टर्म गोल्स या आपात स्थितियों के लिए धन जमा करने के लिए करते है। बचत का उपयोग अक्सर उन खर्चों के लिए किया जाता है जो निकट भविष्य में उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे अनएक्सपेक्टेड मेडिकल बिल, घर की मरम्मत।

दूसरी ओर, निवेश लंबी अवधि में रिटर्न उत्पन्न करने या धन बढ़ाने के लक्ष्य के साथ किया जाता है। निवेश अक्सर दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों से जुड़े होते हैं, जैसे सेवानिवृत्ति योजना, उच्च शिक्षा का वित्तपोषण, या समय के साथ धन का निर्माण।

जोखिम और रिटर्न:

बचत को आम तौर पर कम जोखिम वाला वित्तीय साधन माना जाता है। बचत खाते और सरकारी बचत योजनाएं आम तौर पर मूल राशि पर फिक्स्ड रिटर्न प्रदान करती हैं, लेकिन यह रिटर्न्स अपेक्षा से थोड़ा कम होता है। बचत से जुड़ा जोखिम आम तौर पर कम होता है, क्योंकि ये उपकरण पूंजी को संरक्षित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

दूसरी ओर, निवेश में अलग-अलग स्तर का जोखिम शामिल होता है, और संभावित रिटर्न सेविंग्स से आमतौर पर ज्यादा होती है। उदाहरण के लिए, स्टॉक या इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से अधिक रिटर्न मिल सकता है, लेकिन उनमें अस्थिरता और संभावित नुकसान का जोखिम भी अधिक होता है।

टाइम होराइजन:

बचत आम तौर पर अल्पकालिक जरूरतों और आपात स्थितियों के लिए होती है। ये फंड आसानी से उपलब्ध हैं और आवश्यकता पड़ने पर इन्हें निकाला या इस्तेमाल किया जा सकता है। बचत फ्लेक्सिबिलिटी और लिक्विडिटी प्रदान करती है।

हालाँकि, निवेश आम तौर पर दीर्घकालिक गोल्स के साथ किया जाता है। निवेश की सीमा कई वर्षों से लेकर दशकों तक हो सकती है। निवेश को बढ़ने के लिए अक्सर समय की आवश्यकता होती है, जिससे लंबी अवधि में महत्वपूर्ण रिटर्न उत्पन्न करने की क्षमता मिलती है।

संक्षेप में, बचत मुख्य रूप से पूंजी को संरक्षित करने, लिक्विडिटी प्रदान करने और अल्पकालिक जरूरतों को पूरा करने पर केंद्रित होती है, जबकि निवेश का उद्देश्य रिटर्न उत्पन्न करना, लंबी अवधि में धन का निर्माण करना और विशिष्ट वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करना है। निवेश में अलग-अलग स्तर का जोखिम शामिल होता है और संभावित वृद्धि के लिए लंबे समय की आवश्यकता होती है।

निवेश क्यों करना चाहिए ?

निवेश क्या होता है?