बॉन्ड्स क्या होते है?
बॉन्ड एक कंपनी, सरकार या अन्य वित्तीय संस्थान द्वारा जारी डेब्ट इंस्ट्रूमेंट (debt instrument) है। जब आप एक बॉन्ड खरीदते हैं, तो आप उस संस्था को पैसा उधार दे रहे होते हैं, जो नियमित रूप में आपको ब्याज देती है। बॉन्ड के म्याचुरिटी पर आपके मूलधन की वापसी होती है।
बॉन्ड में निवेश करके आपको जो ब्याज मिलता है उसे कूपन कहा जाता है। उदाहरण के लिए, किसी बॉन्ड का कूपन रेट ५% है तो आपको प्रति वर्ष ५% ब्याज मिलेगा।
ये बांड प्राइमरी और सेकेंडरी मार्किट में कारोबार करते हैं और आप उन्हें ब्रोकरेज फर्मों, बैंकों और बांड डीलरों के माध्यम से खरीद सकते हैं।

बॉन्ड के प्रकार
कई प्रकार के बॉन्ड हैं, जिनमें सरकारी बॉन्ड, कॉरपोरेट बॉन्ड, म्यूनिसिपल बॉन्ड और कन्वर्टिबल बॉन्ड शामिल हैं। सरकार बचत बॉन्ड भी जारी करती है, जिसे लोगों को पैसे बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सुरक्षित/असुरक्षित बॉन्ड
सुरक्षित या सिक्योर बॉन्ड में जारीकर्ता कंपनी विशिष्ट संपत्ति गिरवी रखते है। यदि वे उल्लिखित रिटर्न्स का भुगतान नहीं कर सकती है तो वो संपत्ति निवेशक को स्थानांतरित की जाती है।
दूसरी ओर, असुरक्षित बांड किसी collateral द्वारा समर्थित नहीं होते हैं। इसका मतलब है कि जारीकर्ता कंपनी सिर्फ ब्याज और प्रिंसिपल अमाउंट की गारंटी देती है। सुरक्षित बांडों की तुलना में अनसिक्योर बॉन्ड अधिक जोखिम वाले हैं।
बांड में निवेश करने से पहले कुछ चीजोंको ध्यान में रखना जरुरी है, जैसे
- बांड में निवेश करने से पहले उसकी क्रेडिट रेटिंग चेक करे। आम तौर पर, AAA बॉन्ड सबसे सुरक्षित माने जाते है जिनमें डिफ़ॉल्ट की बहुत कम संभावना होती है।
- जांचें कि बांड सुरक्षित है या असुरक्षित है।
- देखें कि ब्याज (कूपन) दर बाज़ार दर से अच्छा है या नहीं।
- यदि आप म्याचुरिटी तक बॉन्ड होल्ड करने का इरादा नहीं रखते हैं, तो आपके पास बाहर निकलने के विकल्प है या नहीं।
बांड में निवेश करना आपके investment portfolio में विविधता लाने का एक तरीका हो सकता है और आपको नियमित रूप से आय का एक माध्यम प्रदान कर सकता है। हालांकि, बॉन्ड से जुड़े जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है, जैसे ब्याज दर जोखिम और क्रेडिट रेटिंग इत्यादि।
